मन, प्राण में बस गए हो तुम मन, प्राण में बस गए हो तुम
चल एक बार फिर से जी लेते हैं, ज़िन्दगी क्या होती है, फिर से समझ लेते हैं ! चल एक बार फिर से जी लेते हैं, ज़िन्दगी क्या होती है, फिर से समझ लेते हैं !
अनजाने तहलके के बाद रह जाएगा पछताना। अनजाने तहलके के बाद रह जाएगा पछताना।
जैसे म्यान के बिना तलवार अधूरी है वैसे ही जीने के लिए प्यार ज़रूरी है। जैसे म्यान के बिना तलवार अधूरी है वैसे ही जीने के लिए प्यार ज़रूरी है।
अनकहा रिश्ता बिल्कुल मेरे तुम्हारे प्रेम सा। अनकहा रिश्ता बिल्कुल मेरे तुम्हारे प्रेम सा।
दिल रम गया.... दिल रम गया....